Sunday, 23 April 2017

रोग और उनका घरेलू उपचार -रामबाण नुक्से


रोग और उनका घरेलू उपचार -रामबाण नुक्से 


दोस्तों आज मै आप के लिए कुछ बीमारियाँ और उनके घरेलू उपचार लाया हूँ अगर आप को पसंद आये तो कमेन्ट अथवा ईमेल द्वारा जरूर बताये ताकि मै इससे बेहतर और कुछ आप लोगो को दे सकूँ।

दोस्तों जैसे-जैसे मौसम बदल रहा है वैसे-वैसे हमारा शरीर रोगों की चपेट में आ रहा है। अगर आप सोचते हैं कि आप अंदर से बहुत मजबूत हैं और आपको को कोई रोग नहीं हो सकता है तो, आप बिल्‍कुल गलत हैं। साल में कभी ना कभी आपको बुखार, कब्‍ज या अपच की शिकायत तो जरुर हुई होगी। हमारे कहने का यह मतलब नहीं है कि आप अंदर से कमजोर हैं बल्कि हमारे कहने का यह मतलब है कि आपके सभी रोगों की दवा हमारे पास है।
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किसी भी रोग में घरेलू उपचार करना बेहत लाभकारी और कम खर्च वाला होता है। ज़रा सा बुखार हुआ नहीं कि आप डॉक्‍टर के पास चल देते हैं, अरे ज़रा अपनी नानी-दादी के पास जा कर देखिये कि उनके पास घरेलू उपचार के कितने खजाने गडे़ पडे़ हैं। आज हम उन्‍हीं खजानों की बात करेंगे और आपको तमाम छोटी-मोटी बीमारियों का घरेलू उपचार बताएंगे। तो आइये डालते हैं इन पर गहरी नज़र -

सर्दी और खांसी

 काली मिर्च, पीपली एवं सोंठ की बराबर मात्रा, 1-2 ग्राम चूर्ण, मधु के साथ दिन में 2-3 बार लें।
 लहसुन की एक कली को जल में उबालकर बनाई गई लुगदी को 5-10 ग्राम चीनी के साथ दिन में 2 बार खाएं।
 भुनी हुई हल्‍दी का 1-2 ग्राम चूर्ण, मधु के साथ दिन में तीन बार लें।

वमन/उल्‍टी

  1-2 इलायची के भुने हुए बीजो़ का चूर्ण शहद के साथ दिन में 3 बार।
  नीबू रस 5-10 मिली. व थोड़ा सा नमक जल के साथ दिन में 2-3 बार लें।
  नीबू रस 5 मिली. चीनी के साथ, एक एक घंटे के अंतराल पर लें।

उदरशूल (नाभि के चारों ओर दर्द) 

अजवायन चूर्ण 1 ग्राम, गुनगुने पानी के साथ 2-3 बार घंटे के अंतराल पर।
चुटकी भर हींग चूर्ण को गुनगुने पानी में घोल कर नाभि और चारों ओर लेप लगा लें।

कब्‍ज

 हरड़ चूर्ण, काले नमक के साथ दिन में 3 बार।
 रात्रि में सोते समय 3-4 ग्राम ईसबगोल की भूसी, दूध से लें।
 मुनक्‍का एवं हरड़ चूर्ण, प्रत्‍येक 2 ग्राम दूध के साथ सोते समय लें।

सूखी खांसी 

 2-3 लौंग को घी में भून कर मुख में रखें एवं चबाएं।
 आधा ग्राम पीपली में सेंधा नमक मिला कर गुनगुने पानी से दिन में दो बार लें।
 काली मिर्च एवं सोंठ चूर्ण 5 ग्राम सम मात्रा में मक्‍खन या घी के साथ , दिन में 2 बार लें।

बुखार सहित साधारण खांसी 

 अदरक, काली मिर्च, पीपली एवं मुलेठी की बराबर मात्रा तथा तुलसी की 7 पत्‍तियों का 2-3 ग्राम काढा दिन में 2-3 बार लें।
 30 ग्राम धनिया, 100 मिली. पानी तथा चीनी का काढा प्रात: काल लें।
 1 ग्राम पीपली का चूर्ण 5 से 10 ग्राम शहद के साथ दिन में तीन बार लें।

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अपच, भारीपन, गैस, कब्‍ज या दस्‍त

 5 ग्राम सोंठ को 1 लीटर पानी में उबालकर दिन में 2-3 बार लें।
 2 ग्राम सोंठ को 2 ग्राम गुड़ के साथ दिन में 2 बार लें।
 1 चम्‍मच गुनगुने पानी में एक चुटकी हींग घोल कर दिन में 2-3 बार लें।
 3 ग्राम अजवाइन, 1 ग्राम नमक, गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार लें।

दांत दर्द

 लौंग तेल का फाया अुखते दांत पर रखें।
 हींग एवं नमक को दुखते दांत पर रखें।
 काली मिर्च, लौंग, अजवायन को मुंह में रखें।
 5 ग्राम काली मिर्च, सोंठ चूर्ण एवं चीनी, बराबर मात्रा में घी के साथ मिला कर दिन में 2 बार लगाएं।

कान दर्द 

 अदरक के गुनगुने रस की 2-4 बूंद को कान में डालें, दिन में दो बार।
 मूली के गुनगुने रस की 2-4 बूंद को कान में डालें, दिन में 2 बार।
 लहसुन के गुनगुने रस की 2-4 बूंद को कान में डालें। दिन में दो बार।

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दस्‍त 

 1-3 ग्राम सोंठ बराबर मात्रा में चीनी के साथ दिन में दो बार खाएं।
 1 ग्राम भुना हुआ जीरा चूर्ण, पीपली सोंठ 1 कप छाछ या मट्ठे केसाथ दिन में 3-4 बार लें।
5 ग्राम ईसबगोल की भूसी, एक कप दही के साथ दिन में दो बार लें।

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