Monday, 24 April 2017

इमोशनल ब्लेकमेल की परिभाषा ,इमोशनल ब्लैकमेल से कैसे छुटकारा पाए


इमोशनल ब्लेकमेल की परिभाषा ,इमोशनल ब्लैकमेल से कैसे छुटकारा पाए 


जानू ! क्या तुम नही  चाहते, मैं पार्टी में सबसे अलग दिखूं ! मेरी सारी ड्रेसेस ओल्ड फैशन की हो गयीं हैं, तो प्लीज़! मेरे लिए नई ड्रेस ला दो। शीतल ने राहुल से प्यार भरे अंदाज़ में कहा। ऐसा अक्सर होता था, जब भी शीतल को अपनी कोई  बात मनवानी होती, तो वह किसी न किसी तरह से अपनी बात मनवा कर ही रहती, राहुल जानता था कि, एक बार शीतल की बात नहीं मानने पर उसने कई दिनों तक उससे बात नहीं की थी, इसलिए ना चाहते हुए भी उसे शीतल की बात माननी पड़ी।

कहीं आप के साथ भी तो ऐसा नही होता? तो सचेत हो जाइये, क्योंकि भावनात्मक शोषण (Emotional blackmailing) को सहना किसी के लिए अच्छा नहीं है।

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इमोशनल ब्लैकमेलिंग को झेलना ख़ुशी की बात नहीं होती है। हममे से बहुत से लोग अक्सर जीवन के कुछ पड़ावों में इसके शिकार हो जाते हैं। वास्तव में, कुछ ऐसे चालाक लोग होते हैं, जो ख़ुशी के साथ इस प्रकार की गतिविधियों का मजा लेते रहते हैं, जिसमें उन्हें किसी ना किसी प्रकार से मानसिक और शारीरिक संतुष्टि मिलती है। ऐसे लोग सोचते हैं कि, शिकार हमेशा उनके जाल में फंस जायेगा।

इमोशनल ब्लैकमेलिंग को कैसे परिभाषित करें?

मनोचिकित्सक सुसान फॉरवर्ड ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग को तीन शब्द भय, दायित्व और अपराध या FOG (fear, obligation and guilt) से परिभाषित किया है, जो की किसी ‘अपने’ के द्वारा किया जाता है। सिद्धांत यह है कि भय, दायित्व और अपराध के रूप में बदलते व्यवहार इमोशनल ब्लैकमेलिंग के समय इसके शिकार व्यक्ति के मन पर डाले जाते हैं।                  

आपको इमोशनल ब्लैकमेलिंग का शिकार नहीं बनना चाहिए। और इसलिए आपको अपनी तरफ से इससे बचने की पूरी कोशिश करनी चाहिए, या उन लोगो से बचना चाहिए जो ये सोचते हैं कि, आप को वे इमोशनल ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसा लेंगे। आप सोच सकते हैं कि, आप तो पहले से ही ऐसी स्थिति में हैं, उस केस में जब आप पहले से ही इन स्थितियों का सामना कर रहें हैं, तो आपको इमोशनल ब्लैकमेलिंग के लक्षण को पहचानकर तुरंत इसे रोकें।

इन बातों पर ध्यान दीजिये, जो ये निर्धारित कर सकती हैं कि कहीं आप इमोशनल ब्लैकमेलिंग की स्थिति में तो नही?

ऐसी स्थितियां जिनमे आप जरूर खतरे में हैं:-

1. हालाँकि आपने कुछ भी गलत नही किया है, लेकिन अंत में आपको ही अपनी गलती माननी पड़ती है।

2. यदि आपका जीवनसाथी कभी भी किसी बात की जवाबदेही नही लेता, भले ही उसने कोई मूर्खतापूर्ण कार्य किया हो।

3. यदि मन ना होते हुए भी आपको ही अपने खर्च पर अपने साथी की इच्छा पूरी करनी पड़ती हो।

4. यदि आप अपने साथी के लिए उसकी तुलना में अधिक बार त्याग करते हैं।

5. यदि आपको अपने साथी की इच्छाओं को मानने के लिए धमकाया जाता हो।

इमोशनल ब्लैकमेलिंग के तरीके:-

मनोचिकित्सक Susan Forward और Donna Frazier की लिखी किताब "इमोशनल ब्लैकमेल" में बताया गया है, कि जो लोग इमोशनल ब्लैकमेलिंग करते हैं, वे भय -->भावना। ---->अपराध के तरीके का इस्तेमाल करते हैं।

सबसे पहले इमोशनल ब्लैकमेलर नुकसान होने की आशंका, दबाव या भ्रम पैदा करता है। इस प्रकार से ‘नुकसान’ उनके अनुरोध को मानने के लिए विवश कर देता है।

यदि  आप  नुकसान को नजरंदाज करके आगे बढ़ जाते हैं, तो उसके परिणामस्वरूप आपके ऊपर भावनात्मक दोषारोपण लगाया जाता है कि, आपने उनकी बात नहीं मानी। ये सब बड़ी चतुराई से किया जाता है। चतुर व्यक्ति आपकी भावुकता को प्रभावित करने वाले तरीके का उपयोग करता है। वे ऐसा अहसास कराते हैं, कि उनकी मांगे उचित हैं, और  आपको ये लगने लगता है, कि, यदि आपने उनकी मांग पूरी नही की तो, आप स्वार्थी माने जायेंगे।

यदि आपको लगता है, कि आप अपने साथी के द्वारा ब्लैकमेलिंग का शिकार हुए हैं तो, किसी अन्य से इस विषय में बात करिये, और अपने रिश्ते को अलग नजरिये से देखने का विकल्प चुनिए।

कमजोर व्यक्ति :-

वे लोग जो किसी को 'ना' बोलने में कठिनाई का अनुभव करते हैं,इमोशनल ब्लैकमेलिंग के सबसे अधिक शिकार होते हैं। इसलिए यदि आप समझते हैं, कि आप उनमे से एक हैं तो आपको उन कामों का विरोध या खंडन करने की आदत सीखनी होगी, जिन्हे आप नहीं करना चाहते। ना बोलने के लिए ऐसे सटीक शब्दों का चयन करिये, जो  छोटे  होने  के साथ ही आपकी मजबूती को दर्शाएं, साथ ही जिस परिस्थिति का आप सामना कर रहे हैं उसे आपके नियंत्रण में होने का अहसास कराएं।

इमोशनल ब्लैकमेलिंग को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका :-

1. अपनी इच्छाओं और शौक को अपने साथी की इच्छाओं और शौक से पहले रखें।

2. हर बात की एक सीमा निर्धारित करिये जो किसी भी स्थिति में पार नहीं होनी चाहिए।

3. इस बात को समझिए कि आप अपने साथी से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं, इसके बावजूद आपकी अपनी ख़ुशी का भी महत्व है। अपनी जरूरतों की बातें साझा कीजिये और जरूरत के अनुसार उन्हें पहले पूरा कीजिये।

4. याद रखिये इमोशनल ब्लैकमेलिंग में फंसने से आपकी हालत बदतर ही होगी। उस स्थिति में जब आपके साथी द्वारा आपको शारीरिक रूप से परेशान किया जा रहा हो, तो तुरंत अलग हो जाइये क्योंकि यह खतरे का अलार्म है।

5. अपने आसपास के समाजसेवकों से मिलें, और आवश्यकता होने पर किसी प्रोफेशनल की मदद लें।



स्रोत और उद्धरण-https://www.ewellnessexpert.com/hindi_blog/87/emotional-blackmailing-se-kaise-nipatein

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