Sunday, 25 June 2017

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से परीक्षा पास होने के बावजूद नियुक्ति नहीं ,आखिर दोषी कौन है


उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से परीक्षा पास होने के बावजूद नियुक्ति नहीं ,आखिर दोषी कौन है

 जब सोचता हूँ तो समझ में ही नहीं आता क्या करूं।मेरा चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सन २०१३ में कृषि तकनीकी सहायक ग्रेड 3 में हुआ था। मगर ये बहुत ही निंदनीय विषय है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग जैसे संस्थान से चयनित होने के वाबजूद आज दर दर की ठोकरें खा रहा हूँ। मेरी समझ में ही नहीं आता कि दोष किसको दूं। सरकार को ,कृषि विभाग को या फिर खुद को ,मगर बाद में सोचता हूँ कि आखिर दोष मेरा क्या है ,मैंने परीक्षा पास की साक्षात्कार दिया और सब में मुझे लोक सेवा योग ने कृषि तकनीकी सहायक ग्रेड ३ के काबिल समझा और मुझे चयनित कर दिया ,अब इसमे मेरा दोष कहाँ पर है। 

मै तो दौड़ भाग कर एक जून की रोटी कमा भी लेता हूँ मगर ये सोच कर आंसू बहने लगते है कि कुछ लोगों का चयन हुआ है उन बेचारों को दर दर भटकने पर भी एक जून की रोटी कमाने में भी परेशानी हो रही है। नौकरी पाकर भी बेरोजगार घूम रहे है। अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे पा रहे है ,अपने माँ बाप के बुढ़ापे का सहारा नहीं बन पा रहे है। आखिर इसमे दोष किसका है ,जिन्होंने रात दिन मेहनत कर ये परीक्षा पास की उनका या उन कुछ भ्रष्ट अधिकारिओ का जो इस समाज में जाति पांति का गन्दा खेल खेल रहे है उनका। मै आप को अपनी आप बीती बताता हूँ ,सन २०१३ में ६६२८कृषि तकनीकी सहायक ग्रेड ३ की  रिक्तिओं का विज्ञापन लोक सेवा आयोग द्वारा निकाला गया। जिसकी परीक्षा में लगभग ३२००० लोगों ने भाग लिया। जिसमे १९८८४ लोगों को पास किया गया। इन १९८८४ लोगो का साक्षात्कार लगभग 5 माह तक चला। जिसमे ६६२८ को पास किया गया। जिसमे मैं भी सामिल था। लोक सेवा आयोग ने ६६२८ लोगो की सूची उत्तर प्रदेश सरकार और कृषि विभाग को नियुक्ति पत्र जरी करने हेतु भेज दी.

पिछली सपा सरकार की गंदी नीतिओं के वारे में सुनो ,जब  लोक सेवा आयोग ने विज्ञापन जारी किया तब आरक्षण बार रिक्तियां जिसमे अन्य पिछाडा वर्ग की रिक्तियां ६५६ थी। किन्तु साक्षात्कार के समय सामान्य वर्ग ,अनुसूचित जाति वर्ग एवं अनु.जनजाति वर्ग की रिक्तियों को घटा दिया गया और अन्य पिछाडा वर्ग की ६५६ रिक्तियों को २०३० कर दिया गया ,और इसी पर लोक सेवा आयोग ने अंतिम परिणाम देकर सूची नियुक्ति हेतु भेज दी.अब सपा सरकार और कृषि ने नया खेल खेला ६६२८ में से ९०६ लोगो को छोड़ कर सभी को सशर्त नियुक्ति पत्र दे दिए गए। ये नियुक्ति पत्र राजवीर सिंह व अन्य के हाईकोर्ट के आर्डर पर दिए गए। जब कृषि विभाग से पूंछा गया कि ९०६ लोगों को क्यों छोड़ा गया ,तब विभाग ने बताया कि आप लोग भी हाईकोर्ट से आर्डर करा कर लाईए मै आप लोगो को नियुक्ति दे दूंगा। इसके बाद महताब सिंह एवं अन्य की रिट संख्या ६१९८  २०१६  में ऑर्डर कराया गया जिसमे हाईकोर्ट ने स्पष्ट शब्दों में ९०६ लोगों को नियुक्ति पत्र एक माह में देने को कहा गया किन्तु कृषि विभाग ने हाईकोर्ट का आर्डर नहीं माना और नियुक्ति पत्र देने से मना कर दिया गया। आज भी ९०६ कृषि तकनीकी सहायक ग्रेड 3 नियुक्ति पत्र से वंचित है और उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। अप्रेल माह में वर्तमान योगी सरकार से भी ९०६ लोगों की नियुक्ति हेतु वार्ता की गयी ,जिसमे वर्तमान योगी सरकार ने एक माह में नियुक्ति पत्र दिलाने का वादा किया गया था। मगर आज तक ९०६ कृषि तकनीकी सहायक ग्रेड ३ उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से पास होने के बावजूद कोई सुनने वाला नहीं है। अब देखना ये है कि वर्तमान योगी सरकार हम लोगों के साथ न्याय करती है या हमारा यूँ ही शोषण होता रहेगा। 

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