Sunday, 30 July 2017

अगर आप खा रहे हैं नकली देशी घी तो आप को हो सकती हैं हार्टअटैक जैसी बीमारियाँ जानें पहचान


अगर आप खा रहे हैं नकली देशी घी तो आप को हो सकती हैं हार्टअटैक जैसी बीमारियाँ जानें पहचान

दोस्तों हमारे देश में हर चीज नकली बनाती है ,मगर आज मै देशी घी के बारे में बात करूँगा,मैंने यह जानने की कोशिश की की कि नकली देशी घी किन चीजों से बनाया जाता है है ,जब मुझे मालूम हुआ तो मेरे तो होश ही उड़ गए।  देशी घी तो हड्डियों का चूरा, पशुओं की चर्बी, पाम तेल, और कुछ अन्य खतरनाक केमिकल्स को मिलाकर नकली घी तैयार किया जाता है। जिसके हमें न जाने कितने भयानक परिणाम भुगतने पड़ते हैं। लेकिन आपकी इस बड़ी परेशानी को आज हम कुछ आसान तरीकों से सुलझा देगें।
मैंने कुछ असली घी बेचने वालों और और हमारे पडौस में रह रहे जानवरों के एक डाक्टर से असली और मिलावटी घी जानने के तरीके पूछे तो उन्होंने हमें ये जानकारी दी। एक चम्मच घी में 5 ml हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें। अगर घी लाल हो जाता है तो समझ जाए कि घी में कोलतार डाई मिलाई गई है। एक चम्मच घी में चार-पांच ड्रॉप्स आयोडीन मिलाने पर इसका रंग नीला हो जाए तो समझ जाएं कि इसमें उबला आलू मिलाया गया है।बाउल में एक-एक चम्मच घी,हाइड्रोक्लोरिक एसिड और एक चुटकी चीनी मिलाएं। अगर घी का रंग बदलकर लाल दिखाई दें तो समझ जाएं कि इसमें डालडा मिला है।थोड़ा सा घी लेकर हाथ में रगडें, फिर इसे सूंघकर देखें। अगर कुछ ही देर में इसकी खुशबू आनी बंद हो जाए तो समझ जाएं की यह मिलावटी है।ये सब जानकर मै हैरान रह गया ,तो मुझे रहा नहीं गया ,और डॉ अमित सक्सेना जी से इस मिलावटी घी के वारे में पूछा ,जब उन्होंने मुझे नकली घी से होने वाले रोगों और समस्यायों के बारे में बताया तो मै कुछ मिनटों के लिए अपने होश खो बैठा ,मैंने सोंचा क्या कोई कुछ रुपयों के खातिर लोगों की जिन्दिगियो से भी खेल सकते है ,और सरकार भी इस पर रोंक नहीं लगा पा रही है

नकली घी खाने से होने वाली हानियाँ 

नकली घी खाने से कभी भी हार्टअटैक आ सकता है। आपका बी.पी बढ़ सकता है और आपकी मृत्यु तक हो सकती है।यदि आप ऐसा घी खाते हैं जिसमें हड्डियों का चूरा मिला हो। इसके कारण स्ट्रोक भी हो सकता है।इससे आपका लिवर भी खराब हो सकता है। इसके कारण कई तरह के कैंसर हो सकते हैं। यदि नियमित तौर पर इसका सेवन किया गया तो ये मूत्रमार्ग और किडनी को खराब कर सकते हैं।यदि घी में लेड जैसे पदार्थ मिले हो तो इसके कारण एनीमिया और ब्रेन से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं।मिलावट युक्त घी से प्रेगनेंट औरत का गर्भपात होने का खतरा रहता है। इसलिए प्रेगनेंट औरत को हमेशा घर पर ही बनाया हुआ घी खाना चाहिए।यह लेख डाक्टरों और गाय भैस पालने बाले लोगों से प्राप्त जानकारी पर जानकारी पर आधारित है। लेख में प्रयोग की गईं फोटो गूगल से ली गईं हैं जिनका लेख से कोई सम्बन्ध नहीं है।  

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