Thursday, 20 July 2017

हैरत में डालने वाला बथुआ का पेड़ पढ़ें पूरा रहष्य


नमस्कार दोस्तों ,आज मै आप लोगों को हेल्प इंडिया के माध्यम से एक ऐसी खबर बताने जा रहा हूँ, जिसे सुनकर आप भी थोडा हैरान हो सकते है।

 मैंने जो अपनी आँखों से देखा उसके बारे में बताऊंगा। आपने बथुआ का तो सेवन जरूर किया होगा इसका वानस्पतिक नाम चेनोपोडियम अल्बम है।

इसकी अधिकतम लम्बाई पांच से वीस सेमी तक होती है। ये छोटा-सा दिखने वाला हराभरा पौधा काफी फायदेमंद है, सर्दियों में इसका सेवन कई बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है।

 बथुए में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है, बथुआ न सिर्फ पाचनशक्ति बढ़ाता बल्कि अन्य कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है।बथुआ एक ऐसी सब्जी या साग है, जो गुणों की खान होने पर भी बिना किसी विशेष परिश्रम और देखभाल के खेतों में स्वत: ही उग जाता है।

बैसे तो ये रवी सीजन का एक खरपतवार है ,मगर इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के भोजन में प्रयोग जिया जाता है। मगर आज मै जिस बथुआ के पेड़ की बात कर रहा हूँ ,वो है ही अजीव  इसकी लम्बी लगभग 15 से 20 फिट है। ये बथुआ का पेड़ जनपद हरदोई से लगभग 7 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम भिठारी के मजरा बगहा में है। पहले नज़र में तो मैंने भी इसे देख कर विशवास नहीं किया ,मगर जब मैंने वास्तविक रूप से निरीक्षण किया तो मैंने पाया कि ये तो वास्तव में बथुआ का ही पेड़ है।

 ये पौधा दो वर्ष पहले सत्यपाल पुत्र मैकू ने अपने  घर के पास लगाया था। सत्यपाल ने बातचीत में बताया कि इसका प्रयोग तमाम औषधियों में किया जाता है ,और सर्दियों के अलाबा इसे अन्य सीजन में ढूँढना नामुमकिन है ,इसी कारण इसे इतना बड़ा किया गया है ,और इसकी उपलब्धता हर समय रहती है। गांव वालों ने ये भी बताया कि इस बथुआ के पेड़ को देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं। 

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