दहशत बना दरिंदा नहीं रुक रहीं चोटी कटने की घटनाएँ महिलाओं में बना खौफ
हेल्प इंडिया समाचार। दोस्तों मेरी समझ में नहीं आ रहा ,आखिर ये सब हो क्या रहा है। अभी तक रात में चोटी कटने की सूचनाएँ आ राहें थी। अब दिन में भी चोटी काटी जा रहीं है। पुलिस अपना काम कर रही है ,मगर आज तक कोई सुराग नहीं जुटा पाई ,आखिर ये सब हो क्या रहा है। आज तक उत्तर प्रदेश में 100 ,हरियाणा में २६, दिल्ली में ७,और पंजाब में 5 घटनाएँ सामने आ चुकीं है।आखिर क्यों नहीं पता कर पा रही है चोटी कटने का रहष्य। कल उत्तर प्रदेश में हरदोई के कुतुबापुर में जय राम यादव की बेटी रामलली उम्र 18 वर्ष के रात आठ बजे , कुतुबापुर में ही राजेश की बेटी नीलम जिसकी उम्र 17 वर्ष है के बाल काटे गए दोनों लड़कियां अस्पताल में भर्ती हैं। बेहता चऊपुर के रमाकांत मिश्र की पत्नी रन्नो देवी उम्र 42 वर्ष की रात में सोते समय उसी गाँव के विजय कुमार की पत्नी रूबी उम्र 32 वर्ष की दोपहर में ,मवैया निवासी खुदाबक्स की शाहनाज उम्र 42 वर्ष की रात में ,अख्तियारपुर निवासी दिलीप की पत्नी लल्ली उम्र 35 वर्ष चार बजे दिन में ,चंदौली निवासी ईश्वर चन्द की बेटी मोहनी उम्र 19 वर्ष सुबह 10 बजे चोटियाँ काटीं गईं ,और सभी महिलाएं अस्पतालों में भर्ती है।,और सभी का इलाज चल रहा है।
कौन है जो ऐसी दरिन्दगी फैला रहा है और इन मासूम महिलाओं को शिकार बना रहा है। सरकार इसको अफवाह मान रही है ,अंधविश्वास के मै भी खिलाफ हूँ ,मगर कुछ तो है जो इन घटनाओं को अंजाम दे रहा है। कोई दरिंदा भी हो सकता है जो महिलाओं के मन में दहशत भरना चाहता हो ,मगर सबाल ये उठता है कि आखिर क्यों ,क्यों किया जा रहा है महिलाओं का उत्पीड़न। एक तरफ मै यह भी सोचता हूँ कि महिलाये अपनी चोटी अपने आप काट रहीं है ,तो वे वेहोश होकर अस्पताल क्यों पहुँच रहीं है। मुझे तो इसमें कोई बहुत बड़ा साजिस नजर आती है ,मगर सबाल उठता है किस दरिन्दे की ,इसका राज एक न एक दिन जरूर खुलेगा। मेरी महिलाओं से अपील है कि वे अपने आप को सम्हालें चोटी काटने वाले से डरने की नहीं लड़ने की जरूरत है।
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